मानसिक गुलाम
तेरे दिमागमें कैसे सवाल उठने चाहिए
यह हम तय करेंगे
तुम्हैं
क्या कहना
क्या पीना
क्या पहनना
क्या ओढ़ना
हम तय करेंगे
तुम्हें
क्या अध्ययन करना
क्या पढ़ना
क्या लिखना
हम तय करेंगे
तुम्हें
किसे दान देना
कहाँ घूमने जाना
किस धर्मको मानना
हम तय करेंगे
तुम्हें
कौनसी फ़िल्म सीरियल देखना है
भजन सुनना या गजल
हम ही तय करेंगे
तुम्हें
किससे करना है
प्यार या नफरत
किससे करनी है शादी
कितने पैदा करना है बच्चे
सुन, वह भी हम ही तय करेंगे
तुझे
जीना है
मरना है
आत्महत्या करनी है
सुन, वह हमीं तय करेंगे
अगर तुम्हें लगता है
तुम स्वतंत्र हो
स्वयं निर्णय करते हो
तुम चाहो ऐसा जीते हो
तुम जो चाहते हो वही करते हो
तो सुन, दुबारा
दोस्त, यह तेरा वहम है
तेरा दिमाग हैक किया गया है
तुम महज कठपुतली हो
नाचते हो
कूदते हो
दौड़ते हो
खेलते हो
गाते हो
जीते हो
मरते हो
सब कुछ होता है
हमारे कहने के मुताबिक
करोड़ो
तैयार हैं
तुम भी हो
उनमेंसे एक।
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